👀 आ गए तुम!! 👀
🚪द्वार खुला है 🈁
अंदर आ जाओ.. 👣👣
पर तनिक ठहरो 🤚🤚
ड्योढी पर पड़े पायदान पर
अपना अहं झाड़ आना.. 😏😎
मधुमालती लिपटी है मुंडेर से अपनी नाराज़गी वहीँ उड़ेल आना .. 😡🤬🤮
तुलसी के क्यारे में मन की चटकन चढ़ा आना.. 🤯🤕🥴
अपनी व्यस्ततायें बाहर खूंटी पर ही टांग 🦥🦥
जूतों संग हर नकारात्मकता उतार आना.. ❌🐙🦞🔥
बाहर किलोलते बच्चों से थोड़ी शरारत माँग लाना.. 😜🙃🤗👻🌝
वो गुलाब के गमले में मुस्कान लगी है तोड़ कर पहन आना.. 😊😃🤩😁
लाओ अपनी उलझने मुझे थमा दो. 🤝
तुम्हारी थकान पर मनुहारों का पँखा झल दूँ.. 🌬️
देखो शाम बिछाई है मैंने 🌌🎑🌇🌠🎆
सूरज क्षितिज पर बाँधा है 🌅🌠
लाली छिड़की है नभ पर.. 🌅🌄
प्रेम और विश्वास की मद्धम आंच पर चाय चढ़ाई है ☕☕
घूँट घूँट पीना.. 🍟☕
सुनो इतना मुश्किल भी नहीं हैं साथ मिलकर जीना…. 👫🏻
विमल विनम्रता का अमृत नित नित पीना 🕊️🕊️🕊️🕊️
माफी फॉर कापी 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙊🙈