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Thursday, 23 November 2017

महारानी पद्मावती के सम्मान का युद्ध

          




पद्मावती
एक रानी जिन्होंने क्या खूब लड़ाई लड़ी अपने सम्मान की

और उनका सम्मान की सुरक्षा के लिए  जौहर करना।

इसके आगे शब्द नहीं बचते कुछ भी कहने के लिए

वो देवी बन जाती हमारे लिए

और जिस स्थल पर जौहर किया गया

वो पावन भूमि तीर्थ स्थल से कम नही

अब हमारी आस्था या उसके अस्तित्व पर शक करना, उससे छेड़छाड़ करना

अगर ये अभिव्यक्ति की आजादी है

तो उसकी सुरक्षा के लिए हमारा आक्रोश भी हमारी अभिव्यक्ति की आजादी है

और इस बात को बिना जाने समझे उसपर अपनी राय देना बेवकूफी है

दुनिया बेशक चांद पर पहुंच गयी है

लेकिन अपनी आस्था बेचकर कोई चांद पर नही पहुंचा है

हम ऐसे देश मे रहते है जहाँ आज भी लोगो ने प्रत्येक क्षेत्र मे अपने सम्मान के साथ अपने हूनर से अपना व अपने देश का नाम विश्व मे रौशन किया है

रानी पद्मावती के सम्मान की सुरक्षा के लिए सबसे पहले क्षत्रिय समाज से करणी सेना ने आगे आकर विरोध किया और सभी समाज के लोगो ने एकता दिखाते हुए उनका साथ दिया

जिनकी शक्ति के आगे व्यवस्था व विरोधियो को भी झुकना पड़ा

और यही हमारी शक्ति है।

एकता की शक्ति है।।




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