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Sunday, 30 March 2025

शक्ति

प्रायः सभी पुराण तथा विद्वान् ऐसा कहते हैं कि ब्रह्मामें सृष्टि करनेकी शक्ति, विष्णुमें पालन करनेकी शक्ति, शिवमें संहार करनेकी शक्ति, सूर्यमें प्रकाश करनेकी शक्ति तथा शेष और कच्छपमें पृथ्वीको धारण करनेकी शक्ति स्वभावतः विद्यमान रहती है 


इस प्रकार एकमात्र वे आद्याशक्ति ही स्वरूपभेद से सभी मे व्या प्त रहती हैं। वे ही अग्निमें दाहकत्व शक्ति तथा वायुमें संचारशक्ति हैं 


कुण्डलिनी शक्तिके बिना शिव भी 'शव' बन जाते हैं। विद्वान् लोग शक्तिहीन जीवको निर्जीव एवं असमर्थ कहते हैं 


अतएव हे मुनिजनो ! ब्रह्मासे लेकर तृणपर्यन्त सभी पदार्थ इस संसारमें शक्तिके बिना सर्वथा हेय हैं; क्योंकि स्थावर-जंगम सभी जीवोंमें वह शक्ति ही काम करती है। यहाँतक कि शक्तिहीन पुरुष शत्रुपर विजयी होने, चलने-फिरने तथा भोजन करनेमें भी सर्वथा असमर्थ रहता है। 


वह सर्वत्र व्याप्त रहनेवाली आदिशक्ति ही 'ब्रह्म' कहलाती है। बुद्धिमान् मनुष्यको चाहिये कि वह अनेक प्रकारके यत्नोंद्वारा सम्यक् रूपसे उसकी उपासना करे तथा उसका चिन्तन करे 


भगवान् विष्णुमें सात्त्विकी शक्ति रहती है, जिसके बिना वे अकर्मण्य हो जाते हैं। ब्रह्मामें राजसी शक्ति है, वे भी शक्तिहीन होकर सृष्टिकार्य नहीं कर सकते और शिवमें तामसी शक्ति रहती है, जिसके बलपर वे संहार-कृत्य सम्पादित करते हैं। इस विषयपर मनसे बार-बार विचार करके तर्क-वितर्क करते रहना चाहिये 


शक्ति ही सम्पूर्ण ब्रह्माण्डकी रचना करती है, सबका पालन करती है और इच्छानुसार इस चराचर जगत्का संहार करती है । 


उसके बिना विष्णु, शिव, इन्द्र, ब्रह्मा, अग्नि, सूर्य और वरुण कोई भी अपने-अपने कार्यमें किसी प्रकार भी समर्थ नहीं हो सकते । 


वे देवगण शक्तियुक्त होनेपर ही अपने-अपने कार्योंको सम्पादित करते रहते हैं। प्रत्येक कार्य-कारणमें वही शक्ति प्रत्यक्ष दृष्टिगोचर होती है 


मनीषी पुरुषोंने शक्तिको सगुणा और निर्गुणा भेदसे दो प्रकारका बताया है। सगुणा शक्तिकी उपासना आसक्तजनों और निर्गुणा शक्तिकी उपासना अनासक्तजनोंको करनी चाहिये 


धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष - इन चारों पदार्थोंकी - स्वामिनी वे ही निर्विकार शक्ति हैं। विधिवत् पूजा करनेसे वे सब प्रकारके मनोरथ पूर्ण करती हैं । 


सदा मायासे घिरे हुए अज्ञानी लोग उस महाशक्तिको 2 जान नहीं पाते। यहाँतक कि कुछ विद्वान् पुरुष उन्हें जानते हुए भी दूसरोंको भ्रममें डालते हैं। कुछ मन्दबुद्धि पण्डित अपने उदरकी पूर्तिके लिये कलिसे प्रेरित होकर  अनेक प्रकारके पाखण्ड करते हैं । 


हे महाभागो ! इस कलिमें बहुत प्रकारके - अवैदिक तथा भेदमूलक धर्म उत्पन्न होते हैं; दूसरे युगोंमें नहीं होते । 


स्वयं भगवान् विष्णु भी अनेक वर्षोंतक कठोर तप करते हैं और ब्रह्मा तथा शिवजी भी ऐसा ही करते - हैं। ये तीनों देवता निश्चित ही किसीका ध्यान करते हुए कठिन तपस्या करते रहते हैं । 


इसी प्रकार अपनी इच्छाओंकी पूर्तिके लिये ब्रह्मा, विष्णु, महेश- ये तीनों ही देवता अनेक प्रकारके यज्ञ सदा करते हैं। वे उन पराशक्ति, ब्रह्म नामवाली परमात्मिका देवीको नित्य एवं सनातन मानकर सर्वदा मनसे उन्हींका ध्यान करते हैं । 


हे मुनिश्रेष्ठ ! सब शास्त्रोंका यही निश्चय जानना चाहिये कि दृढनिश्चयी विद्वानोंके द्वारा वे आदिशक्ति ही सदा सेवनीय हैं । 


यह गुप्त रहस्य मैंने कृष्णद्वैपायनसे सुना है जिसे उन्होंने नारदजीसे, नारदजीने अपने पिता ब्रह्माजीसे और ब्रह्माजीने भी भगवान् विष्णुके मुखसे सुना था । 


इसलिये विद्वान् पुरुषोंको चाहिये कि वे न तो किसी अन्यकी बात सुनें और न मानें तथा दृढप्रतिज्ञ होकर सर्वदा शक्तिकी ही उपासना करें । 


शक्तिहीन असमर्थ पुरुषका व्यवहार तो प्रत्यक्ष ही देखा जाता है [कि वह कुछ कर नहीं पाता]। इसलिये सर्वव्यापिनी आदिशक्ति जगज्जननी भगवतीको ही जाननेका प्रयत्न करना चाहिये ।




Tuesday, 18 March 2025

अगर रिश्ते है जरूरी! तो हाथ पकड़ें 🤝 बात नही !!


रिश्ते जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। वे हमें प्यार,सपोर्ट और खुशी का अनुभव करवाते हैं। इन सभी रिश्तों में अपने लाइफ पार्टनर के साथ आपका रिश्ता सबसे अनमोल और खास होता है। हालांकि, सबसे ज्यादा देखभाल की जरूरत भी इसी रिश्ते को होती है। कई बार बहुत छोटी-छोटी बातों के कारण इसमें दरार पड़ जाती है, जिसे भरना नामुमकिन होने लगता है। कई बार इन वजहों के कारण रिश्ता टूटने की कगार पर भी पहुंच जाता है। ऐसा कई कारणों से हो सकता है। इस लेख में, हम उन चीजों के बारे में बात करेंगे, जो आपके रिश्ते को खराब कर सकती हैं।



बात-चीत की कमी


बात-चीत किसी भी रिश्ते का आधार है। यदि आप अपने पार्टनर के साथ खुलकर बात नहीं करते हैं, तो उन्हें आपकी और आपको उनकी भावनाओं को समझने में कठिनाई होनी शुरू हो जाएगी। इससे गलतफहमी और तनाव भी पैदा हो होने लगता है, जिसके वजह से रिश्ता धीरे-धीरे कमजोर होने लगता है।




अविश्वास


अविश्वास किसी भी रिश्ते के लिए घातक है। यदि आप अपने पार्टनर पर विश्वास नहीं करते हैं, तो आपका रिश्ता कभी भी मजबूत नहीं होगा। अविश्वास के कारण झगड़े, तनाव और यहां तक कि ब्रेकअप या तलाक भी हो सकता है। इसलिए अपने पार्टनर पर विश्वास करना सीखें।



बहुत ज्यादा एक्सपेक्ट करना


अपने पार्टनर से कुछ एक्सपेक्टेशन रखना बिल्कुल स्वाभाविक है, लेकिन जब आप उनसे बहुत ज्यादा एक्सपेक्ट करते हैं, तो यह आपके रिश्ते को खराब कर सकता है। याद रखें कि कोई भी व्यक्ति आपके सभी जरूरतों को पूरा नहीं कर सकता। इसलिए अपनी एक्सपेक्टेशन को रिएलिटी के मुताबिक ही रखें।




सम्मान की कमी


यदि आप अपने साथी का सम्मान नहीं करते हैं, तो आपका रिश्ता लंबे समय तक नहीं टिकेगा। ऐसे ही अगर आपका पार्टनर आपका आदर नहीं करता, तो भी रिश्ता जल्दी दम तोड़ देगा। इसलिए अपने किसी भी रिश्ते में अपने पार्टनर के विचारों और भावनाओं को महत्व देना जरूरी है।



कोल्ड इमोशन्स


जब आप अपने साथी के प्रति उदासीन हो जाते हैं, यानी उनके प्रति आपके मन में प्यार खत्म होने लगता है, तो यह आपके रिश्ते को खराब कर सकता है। प्यार किसी भी रिश्ते का आधार है। यदि आप अपने साथी के प्रति प्यार और स्नेह महसूस नहीं करते हैं, तो आपका रिश्ता टूट सकता है। ये बात आपके पार्टनर पर भी लागू होती है।



नकारात्मकता


नकारात्मकता किसी भी रिश्ते के लिए जहर है। यदि आप हमेशा नकारात्मक सोचते हैं, तो आप अपने पार्टनर के साथ तनावपूर्ण और असंतुष्ट महसूस करेंगे। इस वजह से रिश्ते में धीरे-धीरे खिंचाव पैदा होता है और प्यार की डोर टूट जाती है।



झगड़े


झगड़े किसी भी रिश्ते का एक सामान्य हिस्सा हैं। हालांकि, यदि आप लगातार झगड़े करते हैं, तो यह आपके रिश्ते को खराब कर सकता है। अगर झगड़े के दौरान, आप अपने साथी को इमोशनल चोट पहुंचा रहे हैं, तो आपका रिश्ता कमजोर हो सकता है।



बदलाव


जीवन में बदलाव आते रहते हैं। यदि आप अपने साथी के साथ बदलावों का सामना करने में सक्षम नहीं हैं, तो यह आपके रिश्ते को खराब कर सकता है। इसलिए कोशिश करें कि समय के साथ खुद को ढालते चलें।



अन्य लोगों से तुलना


अपने साथी की तुलना दूसरों से करना आपके रिश्ते को खराब कर सकता है। याद रखें कि हर व्यक्ति अलग है और आपका पार्टनर भी अपने आप में बेहद खास है।



स्वार्थ


स्वार्थ किसी भी रिश्ते का दुश्मन है। यदि आप केवल अपने बारे में सोचते हैं और अपने पार्टनर की भावनाओं को नहीं समझते हैं, तो आपका रिश्ता टूट सकता है।


एक वृक्ष के साथ  भी अगर लागातार नकारात्मक व्यवहार किया जाए तो कुछ ही दिनो मे वो मर जाता है ध्यान रहे आप इंसानो के साथ कैसा व्यवहार कर रहे है शो सम पिटी।  याद रखें कि किसी भी रिश्ते को मजबूत बनाए रखने के लिए एफर्ट्स की जरूरत होती है और इसके लिए दोनों पक्षों से कोशिश करने की जरूरत होगी।




अच्छी नींद भी जरूरी है। 🕛

नींद दुनिया की सबसे खूबसूरत चीज है जो इंसान को कुछ पल के लिए हर गम से आजाद कर देती है । परेशान मन को शांत कर देती है और यही नींद पूरी न होना...