Search This Blog

Tuesday, 18 March 2025

चुप्पियाँ बढ़ती जा रही हैं उन सारी जगहों पर जहाँ बोलना जरूरी था बढ़ती जा रही हैं वे जैसे बढ़ते बाल, जैसे बढ़ते हैं नाखून , और आश्चर्य कि किसी को वह गड़ती तक नहीं. 

बट इटस मी कबतक चुप रहू ?? 🙆

No comments:

Post a Comment

𝙼𝚢 𝙳𝚎𝚊𝚛 ❤️ , :- 𝙷𝚊𝚙𝚙𝚢 𝙱𝚒𝚛𝚝𝚑𝚍𝚊𝚢, 𝙼𝚢 ....! 𝙳𝚒𝚜𝚝𝚊𝚗𝚌𝚎 𝚖𝚊𝚢 𝚔𝚎𝚎𝚙 𝚞𝚜 𝚊𝚙𝚊𝚛𝚝, 𝚋𝚞𝚝 𝚖𝚢 𝚑𝚎𝚊𝚛𝚝 𝚒𝚜 ...