नींद दुनिया की सबसे खूबसूरत चीज है जो इंसान को कुछ पल के लिए हर गम से आजाद कर देती है । परेशान मन को शांत कर देती है और यही नींद पूरी न होना एक परेशानी तो है ही, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आपके दिल के लिए हानिकारक हो सकता है। आमतौर पर लोग खानपान और व्यायाम पर ध्यान देते हैं, लेकिन नींद को अक्सर अनदेखा करते हैं। हालांकि, नई रिसर्च से पता चला है कि नींद की थोड़ी कमी से भी शरीर में ऐसे बदलाव हो सकते हैं, जिनसे दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। हां जी आपका दिल जहां आपके डियर वन रहते है । 🤭 आइए एक नई रिसर्च पर नजर डालें, जिससे पता चलता है कि सिर्फ तीन रात तक खराब नींद लेने से आपके शरीर पर कैसा असर पड़ सकता है।
नींद की कमी का दिल की सेहत पर असर -:
हाल ही में शोधकर्ताओं ने एक रिसर्च की, जिसमें यह देखा गया कि थोड़े समय के लिए कम नींद लेने से आपके दिल पर कैसा असर होता है। इस प्रयोग में, 16 स्वस्थ युवा पुरुषों ने तीन रातों में दो अलग-अलग तरीकों से नींद ली: एक ग्रुप ने पूरी नींद (लगभग 8.5 घंटे) ली, और दूसरे ग्रुप ने सामान्य से लगभग आधी नींद (लगभग 4.25 घंटे) ली। इसके बाद दोनों ग्रुप के लोगों के ब्लड सैम्पल लिए गए। रिपोर्ट से पता चला कि कम नींद लेने से खून में उन प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाती है, जो दिल की बीमारियों से जुड़े होते हैं।
तीन रातों तक कम नींद लेने के बाद, 16 ऐसे प्रोटीनों में बढ़ोत्तरी देखी गई, जिनसे दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इन प्रोटीनों में स्ट्रेस से संबंधित इंटरल्यूकिन और केमोकाइन शामिल थे, जो शरीर में सूजन का संकेत देते हैं। रिसर्च में एक और बात सामने आई, कि भले ही व्यायाम से कुछ फायदेमंद प्रोटीन जैसे IL-6 (इंटरल्यूकिन-6) और BDNF (Brain-derived neurotrophic factor) बढ़ते हैं, लेकिन ये नींद की कमी से होने वाले नुकसान को पूरी तरह से खत्म नहीं कर पाते।
सिर्फ दिल ही नहीं, दिमाग पर भी होता है असर 🤯 -:
नींद की कमी सिर्फ़ दिल पर ही नहीं बल्कि दिमाग पर भी असर डालती है। कई दूसरी स्टडीज में यह देखा गया है कि, एक रात की खराब नींद भी खून में टाउ प्रोटीन (Tau proteins) की मात्रा बढ़ा सकती है, जो अल्जाइमर जैसी बीमारियों के संकेत होते हैं।
आप क्या कर सकते हैं? -:
यहाँ बताई गई इन सभी बातों का ध्यान रखकर, आप लगातार नींद की कमी और उससे होने वाले नुकसान से बच सकते हैं। यहाँ नींद को बेहतर बनाने के लिए कुछ टिप्स दिए गए हैं, जो आपकी मदद कर सकते हैं:
– नींद का समय निर्धारित करें: रोजाना एक ही समय पर सोने और उठने की आदत डालें।
– शांत और आरामदायक जगह पर सोएं: जिस कमरे में आप सोते हैं, उसे, शांत, अंधेरा और ठंडा रखें।
– स्क्रीन टाइम कम करें: सोने से कम से कम 1 घंटा पहले मोबाइल और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का उपयोग न करें।
– उत्तेजक पदार्थों से बचें: शाम के समय चाय और कॉफी जैसी कैफीनयुक्त ड्रिंक्स या शराब आदि के सेवन से बचें।
– आरामदायक तकनीकों का सहारा लें: सोने से पहले मेडिटेशन, योगासन, प्राणायाम या हल्की स्ट्रेचिंग का अभ्यास करें। इससे न केवल नींद की क्वालिटी बेहतर होगी बल्कि आप सुबह ज्यादा एनर्जी महसूस करेंगे।
निष्कर्ष -:
यह स्टडी एक महत्वपूर्ण मैसेज देती है- सिर्फ कुछ रातों की अधूरी नींद भी दिल और दिमाग पर गहरा असर डाल सकती है। एक अच्छी नींद लेने का मतलब सिर्फ आराम करना नहीं है, बल्कि यह हमारे हेल्दी रूटीन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न -:
प्रश्न: क्या व्यायाम करने से नींद की कमी से होने वाले नुकसान खत्म हो जाएंगे?
उत्तर: व्यायाम करना सेहत के लिए बहुत अच्छा है, लेकिन यह नींद की कमी से दिल पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव को पूरी तरह से खत्म नहीं कर सकता।
प्रश्न: नींद की कमी का दिल पर कितनी जल्दी असर पड़ सकता है?
उत्तर: सिर्फ तीन रातों तक अधूरी नींद लेने से, शरीर में सूजन संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
प्रश्न: क्या कभी-कभी नींद न लेना खतरनाक है?
उत्तर: थोड़ी सी नींद की कमी भी दिल और दिमाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रभाव डाल सकती है। इसलिए हर रात पर्याप्त नींद लेना जरूरी है।
प्रश्न: क्या कुछ लोगों का शरीर नींद की कमी को लेकर ज्यादा संवेदनशील होता है?
उत्तर: हां, शिफ्ट में (दिन और रात की शिफ्ट बदल-बदलकर) काम करने वाले लोग, बुजुर्ग और जिनको पहले से दिल की बीमारी है, उनका शरीर नींद की कमी से ज्यादा प्रभावित हो सकता है।
प्रश्न: कितने घंटे तक न सोना ‘नींद की कमी’ माना जाता है?
उत्तर: जैसा मै कहती आई हूं कि लगातार 24 घंटे या उससे ज्यादा समय तक जागते रहना ‘नींद की कमी’ माना जाता है। जितनी देर आप जागते हैं, आपके शरीर और दिमाग पर असर उतना ही ज्यादा होता है। और ये अच्छी बात नही है । सर दर्द पहले से ही एक समस्या है 😕
प्रश्न: क्या एक रात में 5 घंटे की नींद पर्याप्त है?
उत्तर: नहीं, स्वस्थ रहने के लिए हर रात 7 से 9 घंटे की नींद लेने की सलाह दी जाती है। रात में 7 घंटे से कम नींद लेने से, आपकी सेहत और काम करने की क्षमता, दोनों पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
प्रश्न: क्या वीकेंड पर ज्यादा नींद लेकर पूरे सप्ताह की नींद की कमी को पूरा किया जा सकता है?
उत्तर: वीकेंड पर ज्यादा सोने से थोड़ी मदद मिल सकती है, लेकिन इससे सप्ताह भर की नींद की कमी से होने वाले नुकसान को पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सकता। दिल और दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए बेहतर है कि, हर रात पर्याप्त नींद ली जाए।
अंततः जब भी दिल मे रहने वालो का ख्याल आए तो सबसे पहले अपना ख्याल रखिये और अच्छे से सोए ये मेरा आपसे विनम्र निवेदन है । 🙏🙏🙏🙏

